भगवान गणेश के कम प्रसिद्ध मंदिर, जहां हर भक्त को अवश्य जाना चाहिए
भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता कहा जाता है, हिंदू धर्म में सबसे पहले पूजनीय देवता हैं। उनके प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में तो हम सभी जानते हैं, जैसे सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई या तिरुचिरापल्ली के उचिपिल्लयार मंदिर। लेकिन भारत में ऐसे कई कम ज्ञात गणेश मंदिर भी हैं, जो अपनी अनूठी मान्यताओं और विशेषताओं के लिए जाने जाते हैं।

भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता कहा जाता है, हिंदू धर्म में सबसे पहले पूजनीय देवता हैं। उनके प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में तो हम सभी जानते हैं, जैसे सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई या तिरुचिरापल्ली के उचिपिल्लयार मंदिर। लेकिन भारत में ऐसे कई कम ज्ञात गणेश मंदिर भी हैं, जो अपनी अनूठी मान्यताओं और विशेषताओं के लिए जाने जाते हैं। इन मंदिरों की यात्रा न केवल आध्यात्मिक सुख देती है, बल्कि यह हमें भगवान गणेश की विविध रूपों और उनकी उपासना की परंपराओं से भी परिचित कराती है।
1. कनिपक्कम विनायक मंदिर, आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित यह मंदिर एक चमत्कारी स्थल है। कहा जाता है कि यहां का गणेश विग्रह स्वयंभू है, जो जमीन से प्रकट हुआ था। इस मंदिर में गणपति की मूर्ति दिन-ब-दिन बढ़ रही है। भक्त मानते हैं कि यहां दर्शन करने से हर प्रकार के कष्ट दूर होते हैं।
2. रणथंभोर गणेश मंदिर, राजस्थान
रणथंभोर किले में स्थित यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है और इसे त्रिनेत्र गणेश मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां भगवान गणेश के तीन नेत्रों वाले स्वरूप की पूजा होती है। खास बात यह है कि यहां हर दिन हजारों की संख्या में गणेश जी को निमंत्रण पत्र भेजे जाते हैं, क्योंकि भक्त अपनी शादियों और शुभ कार्यों में भगवान गणेश को आमंत्रित करना शुभ मानते हैं।
3. मुधु मल्लप्पा विनायकर मंदिर, तमिलनाडु
तमिलनाडु के कोयंबटूर में स्थित यह मंदिर अपनी अनोखी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यहां भगवान गणेश की मूर्ति पर प्राकृतिक रूप से चंदन के लेप की परत जम जाती है, जो भक्तों के लिए एक चमत्कार से कम नहीं है।
4. खजराना गणेश मंदिर, इंदौर, मध्य प्रदेश
इंदौर में स्थित खजराना गणेश मंदिर को मराठा शासक रानी अहिल्याबाई होल्कर ने बनवाया था। इस मंदिर में भक्त गणेश जी को अपनी मनोकामनाओं के लिए एक पत्र लिखते हैं और उसे मंदिर में विशेष स्थान पर टांग देते हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश उनकी सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं।
5. ढोलपुर गणेश मंदिर, राजस्थान
राजस्थान के ढोलपुर में स्थित यह प्राचीन गणेश मंदिर अनगिनत भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है। यहां हर साल गणेश चतुर्थी पर विशेष उत्सव का आयोजन होता है, जो भक्तों को अध्यात्मिक आनंद से भर देता है।
6. कुंभकरन गणेश मंदिर, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में स्थित यह मंदिर भगवान गणेश के अनूठे स्वरूप को दर्शाता है, जिसे कुंभकरन गणपति कहा जाता है। यहां गणेश जी की मूर्ति लेटी हुई अवस्था में है, जो अद्वितीय है।
7. अनंतविनायक मंदिर, केरल
केरल के त्रिवेंद्रम में स्थित यह मंदिर शांत और सुरम्य वातावरण में बसा हुआ है। यह मंदिर भगवान गणेश के स्वरूप को प्रकृति के साथ जोड़ता है, और यहां के भक्त इसे "शांति का निवास" कहते हैं।
8. उचेहर गणेश मंदिर, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के उना जिले में स्थित यह मंदिर एक ऊँचाई पर बना हुआ है। यहां की मान्यता है कि जो भक्त इस मंदिर की यात्रा करता है, उसके जीवन में आने वाली हर बाधा दूर हो जाती है।
कम ज्ञात गणेश मंदिरों की विशेषताएँ
इन मंदिरों की खासियत न केवल उनकी ऐतिहासिक और आध्यात्मिक मान्यता है, बल्कि यह भी है कि ये मंदिर भगवान गणेश के अलग-अलग स्वरूपों और उनके भक्तों के प्रति उनकी कृपा को दर्शाते हैं।
- सांस्कृतिक विविधता: भारत के अलग-अलग राज्यों में स्थित इन मंदिरों में गणेश जी की पूजा की परंपराएं अलग-अलग हैं।
- प्राकृतिक सौंदर्य: कई मंदिर पहाड़ों, नदियों और घने जंगलों के बीच स्थित हैं, जो भक्तों को एक अनूठा अनुभव देते हैं।
- चमत्कारिक मान्यताएँ: इन मंदिरों के साथ जुड़ी चमत्कारिक घटनाएँ भक्तों के विश्वास को और भी मजबूत करती हैं।
भगवान गणेश के ये कम ज्ञात मंदिर उनकी अनंत कृपा और शक्ति के प्रतीक हैं। इन मंदिरों की यात्रा न केवल भक्तों को आध्यात्मिक शांति देती है, बल्कि उनकी आस्था को भी मजबूत करती है। यदि आप भगवान गणेश के अद्वितीय स्वरूपों को देखना और उनके चमत्कारों का अनुभव करना चाहते हैं, तो इन मंदिरों की यात्रा अवश्य करें।